04 जनवरी 2013

शिक्षा प्रौद्यौगिकी (Educational Technology)

शिक्षा प्रौद्यौगिकी यानी एजुकेशनल टेक्नोलोजी यूं तो एक बहुत पुराना क्षेत्र है पर भारत में इस क्षेत्र में अभी तक उतना काम नहीं हुआ है जितना होना चाहिए था। इस लेख में मैं आपको इस क्षेत्र के बारे में बताऊंगा।

क्या है शिक्षा प्रौद्यौगिकी (एजुकेशनल टेक्नोलोजी)?
जैसा के नाम से ही स्पष्ट है कि टेक्नोलोजी का शिक्षा में प्रयोग एजुकेशनल टेक्नोलोजी कहलाता है। यह कोई नया विषय नहीं है पुरातन काल से ही हर समय की नई टेक्नोलोजी को पढने-पढ़ाने के लिए प्रयोग में लाया जाता रहा है। लिखने के लिए पत्थर के इस्तेमाल से बढ़ते बढ़ते आज हम आवाज के प्रयोग तक आ चुके हैं, जहाँ हम जो भी बोल दें वह कम्प्युटर लिख देता है। यह एजुकेशनल टेक्नोलोजी  का ही परिणाम है।

शिक्षा की जरूरत तथा शिक्षा की समस्या को हल करने के लिए आधुनिक टेक्नोलोजी का प्रयोग करते हुए नए टूल (औजार) तथा तरीके विकसित करना  एजुकेशनल टेक्नोलोजी के अंतर्गत आता है।

दिनों दिन भारत में नई-पुरानी कम्पनियाँ अलग-अलग किस्म के एजुकेशनल टेक्नोलोजी से सम्बंधित प्रोजेक्ट प्रारभ कर रहीं हैं। कोई कंटेंट बनाने के लिए टूल बना रही है, कोई कोर्स रन करने के लिए, कोई टेस्ट लेने के लिए सिस्टम बना रही है तो कोई इन सभी चीजों को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के लिए।

आई आई टी मुम्बई में इस दिशा में काफी कुछ हो रहा है, मैं खुद आई आई टी मुम्बई से शिक्षा प्रौद्योगिकी में पी एच डी कर रहा हूँ। आई आई टी के इस दिशा में हो रहे प्रयास आपको कुछ दिनों में अपने लेख में बताऊंगा।

4 टिप्‍पणियां:

  1. सच में, इस दिशा में हो रहे विकास बड़े ही रोचक हैं, जानने की उत्सुकता रहेगी।

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    1. आपकी जिज्ञासा शांत करने की कोशिश करूंगा

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  2. शिक्षा प्रौद्यौगिकी की सुखद यात्रा करवा रहे है आप!!

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